परं वैभवं नेतुमेतत् स्वराष्ट्रं
NATION FIRST SELF LAST
Tuesday, March 24, 2020
AKHAND BHARAT
''उठो, जागो, वरिष्ठ पुरुषों को पाकर उनसे
बोध प्राप्त करो। छुरी की तीक्ष्णा धार पर
चलकर उसे पार करने के समान दुर्गम है
यह पथ-ऐसा ऋषिगण कहते हैं।
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